Allah Ki Shaan
अल्लाह की क़ुदरत (Allah’s Ableness)
अल्लाह वो है जो व्हेल मछली को भी रोज़ाना समंदर में 33 टन (यानी 36,960 किलोग्राम) गोश्त खिलाता है। सुभान अल्लाह तो फिर हम सिर्फ 2 रोटी के लिए इतना परेशान क्यों होते हैं। तो अल्लाह से मांगो जो देता है खुशी से और कहता नहीं किसी से। जो रब से नहीं मांगता वो सबसे मांगता है। ऐ अल्लाह ये बात आगे पहुचाने वाले को कभी किसी का मोहताज ना करना।
जब नेकी की जाए तो राइट फरिश्ता लिखता है, और जब बुराई की जाए तो लेफ्ट फरिश्ता लिखता है; क्या आप को ऐसा "अमल" मालुम है जिसके करने से दोनो फरिश्ते हरकत में आ जाते हैं। वो "आमाल" (कर्म) है दरूद-ए-शरीफ का कसरत से पदना राइट फरिश्ता 10 नेकिया लिखता है, और लेफ्ट फरिश्ता 10 गुनाह मिटाता है, और अल्लाह 10 दरजात बुलंद करता है।
1)Subhanallah
2)Alhamdulilah
अल्लाह की शान(Glory of Allah)
- अल्लाह दे के भी आजमाता है और ले के भी आजमाता है।
- गरीब आदमी रोटी हासिल करने के लिए दौड़ता है, अमीर रोटी हज़म करने के लिए दौड़ता है।
- गुनाह में लज्जत ज़रुर है मगर आराम नहीं।
- बात अल्फाज़ की नहीं लेहजे की होती है।
- किसी के बारे में बुरा मत सोचो हो सकता है वो अल्लाह की नज़र में तुम से बेहतर हो।
- 1 माँ बाप, 7 बच्चों की विरासत कर सकते हैं, लेकिन 7 बच्चे मिल कर भी, 1 माँ-बाप की खिदमत नहीं कर सकते।
- आदमी बीमारी के डर से खाना तो छोड़ देता है, मगर अखिरत के डर से गुनाह नहीं।
- बंदा नेक बात सुन तो लेता है, पर आगे पहुचाना ज़रुरी नहीं समझता। और उस पर अमल भी नहीं करता।
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