अज़ान (AZAN)
अज़ान (अज़ान), सलात (प्रार्थना) के लिए एक विशेष इस्लामी आह्वान है। एक मुअज्जिन दुनिया भर की किसी भी मस्जिद की मीनार से अज़ान को हर नमाज़ और इबादत के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए बुलाता है। इस्लामिक रिवाज के अनुसार, अज़ान भी सबसे पहले एक नवजात शिशु को सुननी चाहिए।
अज़ान का मतलब (मीनिंग) हिंदी में:
अल्लाहु अकबर-अल्लाहु अकबर (दो बार) मतलब: अल्लाह महानतम
है।
अश्हदुअल्ला इलाहा इल्लल्लाह (दो बार) मतलब: मैं गवाही देता
हूं कि एक ईश्वर के अलावा कोई ईश्वर नहीं है।
अश्हदुअन्न मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह (दो बार) मतलब: मैं गवाही देता हूं कि मुहम्मद ईश्वर के दूत हैं।
हय्या अलस्सलाह (दो बार) मतलब: प्रार्थना के लिए जल्दी करो (प्रार्थना के लिए उठो)
हय्या अलल फ़लाह (दो बार) मतलब: सफलता के लिए जल्दी करो (उद्धार के लिए उठो)
**
अल्लाहु अकबर-अल्लाहु अकबर (एक बार) मतलब: भगवान महान है।
ला इलाहा इल्लल्लाह (एक बार) मतलब: एक ईश्वर के अलावा कोई ईश्वर नहीं है।
** प्रातः काल (फज्र) की नमाज़ के लिए ऊपर के पांचवें भाग के बाद अंत की ओर निम्नलिखित मुहावरा डाला जाता है:
अस्सलातु ख़ैरूम-मिनन्नौम (दो बार, सिर्फ़ सुबह वाली नमाज़ की अज़ान में)
मतलब: प्रार्थना नींद से बेहतर है।
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